बंदूक छोड़ी,प्यार अपनाया: आत्मसमर्पित नक्सली जोड़े ने लिए सात फेरे
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें 138 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इस शुभ अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री और सुकमा जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप तथा जगदलपुर विधायक किरण देव ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद दांपत्य जीवन के लिए मंगलकामनाएं प्रेषित कीं।

सुकमा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना: 138 जोड़ों ने लिए सात फेरे
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें 138 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इस शुभ अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री और सुकमा जिले के प्रभारी मंत्री केदार कश्यप तथा जगदलपुर विधायक किरण देव ने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद दांपत्य जीवन के लिए मंगलकामनाएं प्रेषित कीं।
नक्सलवाद छोड़कर मुख्यधारा में लौटे आत्मसमर्पित नक्सली ने भी रचाई शादी
इस सामूहिक विवाह समारोह में एक विशेष जोड़ा भी शामिल हुआ—आत्मसमर्पित नक्सली कलमू प्रकाश, जिस पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ₹8 लाख का इनाम घोषित था। कलमू प्रकाश ने कहा कि नक्सलवाद की खोखली विचारधारा और हिंसा से तंग आकर उन्होंने समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया।
शादी के मौके पर उन्होंने अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार और मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा,
"आज मैं समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए तैयार हूं और एक नई जिंदगी की शुरुआत कर रहा हूं। मैं सरकार का धन्यवाद करता हूं, जिसने मुझे यह अवसर दिया।"
सामूहिक विवाह योजना – सरकार की पहल
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों के विवाह में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत विवाह कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें सरकार द्वारा जोड़ों को विवाह सामग्री और आर्थिक सहायता भी दी जाती है।
यह आयोजन न केवल समाज में समानता और समरसता को बढ़ावा देता है, बल्कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों के सपनों को भी साकार करता है।
इस ऐतिहासिक आयोजन पर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट में बताएं! 😊🎊
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