Police-Naxalite encounter in Hazaribagh हजारीबाग में पुलिस-नक्सली मुठभेड़: तीन कुख्यात नक्सली ढेर, 1 करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन भी मारा गया
हजारीबाग में पुलिस-नक्सली मुठभेड़: तीन कुख्यात नक्सली ढेर, 1 करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन भी मारा गया
हजारीबाग में पुलिस-नक्सली मुठभेड़: तीन कुख्यात नक्सली ढेर, 1 करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन भी मारा गया
हजारीबाग (झारखंड)। झारखंड के हजारीबाग जिले के गोरहर थाना क्षेत्र में रविवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में तीन कुख्यात नक्सली ढेर हो गए, जिनमें झारखंड पुलिस की वांछित सूची में सबसे ऊपर चल रहा 1 करोड़ का इनामी नक्सली सहदेव सोरेन उर्फ परवेश भी शामिल है। इसके अलावा 25 लाख का इनामी रघुनाथ हेंब्रम और 10 लाख का इनामी बीरसेन गंझू भी मारे गए।
यह ऑपरेशन कोबरा 209 बटालियन और हजारीबाग पुलिस की संयुक्त कार्रवाई थी, जिसे नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। सुरक्षा बलों ने मौके से एके-47 समेत भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं।
ऑपरेशन की शुरुआत
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हजारीबाग पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गोरहर थाना क्षेत्र के घने जंगलों में नक्सलियों का एक बड़ा जत्था छिपा हुआ है और वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना के आधार पर कोबरा 209 और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
जैसे ही सुरक्षाबल नक्सलियों के ठिकाने के पास पहुंचे, नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। मुठभेड़ करीब दो घंटे तक चली। गोलीबारी थमने के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की तलाशी ली, जिसमें तीन नक्सलियों के शव बरामद हुए।
मारे गए नक्सलियों की पहचान
पुलिस ने जिन नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है, उनमें—
सहदेव सोरेन उर्फ परवेश: 1 करोड़ का इनामी, झारखंड-बिहार सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय, कई बड़ी वारदातों का मास्टरमाइंड।
रघुनाथ हेंब्रम: 25 लाख का इनामी, नक्सली संगठन का एरिया कमांडर माना जाता था।
बीरसेन गंझू: 10 लाख का इनामी, विस्फोट और हथियार सप्लाई में विशेषज्ञ।
इन तीनों की तलाश लंबे समय से पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां कर रही थीं। इनके मारे जाने से संगठन को करारा झटका लगा है।
हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एके-47 राइफल, इंसास राइफल, कार्बाइन, बड़ी संख्या में गोलियां, बम बनाने का सामान और नक्सली साहित्य बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि बरामद हथियारों से साफ है कि नक्सली किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे।
इलाके में सर्च अभियान जारी
मुठभेड़ के बाद पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस को आशंका है कि कुछ नक्सली मौके से भागने में सफल रहे हैं। उन्हें पकड़ने के लिए जंगलों में सर्च ऑपरेशन जारी है। आसपास के गांवों में भी पुलिस टीम लगातार पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधीक्षक का बयान
हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुठभेड़ की पुष्टि की। उन्होंने कहा, “यह सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता है। जिन नक्सलियों का खात्मा हुआ है, वे लंबे समय से राज्य में हिंसा फैला रहे थे। इनके मारे जाने से नक्सली संगठन की कमर टूटेगी। आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।”
नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी जीत
झारखंड लंबे समय से नक्सल समस्या से जूझ रहा है। सहदेव सोरेन और उसके सहयोगियों की मौत को राज्य पुलिस ने बड़ी उपलब्धि बताया है। जानकारों का कहना है कि इन कुख्यात नक्सलियों के खात्मे से संगठन को न केवल नेतृत्व संकट झेलना पड़ेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर भी उनकी पकड़ कमजोर होगी।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह ऑपरेशन आने वाले समय में नक्सली गतिविधियों को रोकने में निर्णायक साबित होगा।
मायने
हजारीबाग के गोरहर जंगलों में हुई इस मुठभेड़ ने झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान को नई दिशा दी है। तीन बड़े इनामी नक्सलियों के खात्मे के बाद पुलिस और कोबरा की इस संयुक्त कार्रवाई को ऐतिहासिक माना जा रहा है। इस ऑपरेशन से जहां सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ा है, वहीं नक्सली संगठन को गहरी चोट पहुंची है।
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