महादेव सट्टा मामला: ASP अभिषेक के घर CBI की दूसरी दिन भी रेड, भूपेश बोले - मोदी के भाषण के लिए हो रही कार्रवाई

रायपुर | महादेव सट्टा ऐप घोटाले में छत्तीसगढ़ में CBI की जांच तेज हो गई है। बुधवार को लगातार दूसरे दिन रायपुर के ASP अभिषेक माहेश्वरी के घर CBI ने छापा मारा। इस कार्रवाई को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "यह रेड सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के लिए कंटेंट तैयार करने का जरिया है।"
CBI की टीम मंगलवार को पहली बार ASP अभिषेक माहेश्वरी के घर पहुंची थी और करीब 12 घंटे तक छानबीन की थी। इसके बाद बुधवार को फिर से रेड की गई, जिसमें उनके घर से कई दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए जाने की खबर है।
CBI की छापेमारी क्यों?
CBI महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से जुड़े करोड़ों रुपये के हवाला नेटवर्क और इसमें शामिल अधिकारियों की भूमिका की जांच कर रही है। आरोप है कि इस घोटाले में कई बड़े पुलिस अधिकारी, राजनेता और कारोबारियों का नाम शामिल है। ASP अभिषेक माहेश्वरी पर महादेव सट्टा से जुड़े लोगों से सांठगांठ करने और पैसों की लेन-देन में भूमिका निभाने का शक है। इसी कड़ी में उनके घर पर यह छापेमारी की जा रही है।
भूपेश बघेल का मोदी सरकार पर वार
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा,
"CBI, ED और IT जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए किया जा रहा है। महादेव सट्टा घोटाले में छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों पर तो कार्रवाई हो रही है, लेकिन जिन लोगों ने इस घोटाले को विदेश से ऑपरेट किया, उन पर कोई सवाल नहीं उठाया जा रहा।"
बघेल ने आगे कहा, "मोदी सरकार हर चुनाव से पहले इसी तरह छत्तीसगढ़ में छापेमारी करवाती है। चुनाव खत्म होते ही इनकी जांच ठंडी पड़ जाती है।"
प्रदीप मिश्रा और सौरभ चंद्राकर का क्या कनेक्शन?
महादेव सट्टा का मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर इस वक्त दुबई में है और वहीं से पूरे नेटवर्क को ऑपरेट करता है। इस बीच, भूपेश बघेल ने इस मामले में नया विवाद खड़ा करते हुए कहा कि अगर सौरभ चंद्राकर के संबंधों को समझना है, तो प्रदीप मिश्रा से पूछिए।
बघेल के इस बयान के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या महादेव सट्टा कांड में और भी बड़े नाम जुड़े हैं? क्या सरकार उन तक पहुंचने में सफल होगी?
CBI की आगे की कार्रवाई क्या होगी?
CBI ने अब तक इस मामले में कई अधिकारियों, कारोबारियों और हवाला ऑपरेटर्स से पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में और भी बड़े नामों पर शिकंजा कसा जा सकता है। महादेव सट्टा ऐप के जरिए हजारों करोड़ रुपये का काला धन सफेद करने का मामला सामने आ चुका है, और जांच एजेंसियां इस पूरे रैकेट की जड़ तक पहुंचने की कोशिश में लगी हुई हैं।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, नए खुलासे होने की संभावना है।
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