ब्लास्ट से जला मजदूरों का भविष्य: जांजगीर-चांपा की फैक्ट्री में हादसा, विधायक ने लगाए गंभीर आरोप

छत्तीसगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र जांजगीर-चांपा से एक बेहद चिंताजनक और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जिले की प्रसिद्ध फैक्ट्री 'प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड' में एक पुराने फर्नेस में अचानक जोरदार ब्लास्ट हो गया। इस भीषण हादसे में करीब 13 मजदूर बुरी तरह झुलस गए हैं। बताया जा रहा है कि फर्नेस की क्षमता लगभग 15 टन थी, जो कि काफी पुरानी हो चुकी थी और लम्बे समय से बिना उचित मेंटेनेंस के चलाई जा रही थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब सभी मजदूर दूसरी शिफ्ट में काम कर रहे थे। अचानक फर्नेस फट गया और उसके अंदर का गर्म लावा तेजी से बाहर निकल गया। मजदूरों को संभलने का मौका तक नहीं मिला और वे गर्म लावा की चपेट में आ गए। हादसे में झुलसे मजदूरों में से चार की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है, जबकि तीन को बेहतर इलाज के लिए रायपुर के नारायणा अस्पताल रेफर किया गया है। घटना चांपा थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई है और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। परिजनों में चिंता और गुस्से का माहौल है। इसी बीच क्षेत्रीय विधायक व्यास कश्यप ने प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह दुर्घटना सुरक्षा मानकों की अनदेखी का नतीजा है। विधायक ने मांग की है कि इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच की जाए और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए ताकि मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता न किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन ने मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ किया है, और यह केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक प्रशासनिक और मानवीय चूक का परिणाम है।
विश्लेषण:
यह घटना छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास और सुरक्षा प्रबंधन पर कई गंभीर सवाल खड़े करती है। ऐसे हादसों से यह साफ हो जाता है कि कई बार लाभ के लालच में फैक्ट्री प्रबंधन सुरक्षा जैसे अत्यंत जरूरी पहलुओं की अनदेखी कर देता है। जब तक इस तरह की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक मजदूरों की जान जोखिम में पड़ती रहेगी। अब यह देखना अहम होगा कि प्रशासन इस गंभीर घटना पर क्या कदम उठाता है और क्या पीड़ित मजदूरों को न्याय मिल पाएगा।
What's Your Reaction?






